इंडोनेशिया के शाही इमाम के साथ पोप ने दिया ये संदेश

-जोएल गुइंटो इंडोनेशिया के दौरे पर पहुंचे पोप फ़्रांसिस और इंडोनेशिया के शाही इमाम ने दुनिया को शांति का साझा संदेश दिया है. साथ ही पोप फ़्रांसिस ने संघर्ष भड़काने में धर्म के इस्तेमाल के ख़िलाफ़ चेतावनी भी दी. राजधानी जकार्ता के इस्तिकलाल मस्जिद में शाही इमाम के साथ पोप ने धार्मिक सौहार्द और पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक घोषणा पर हस्ताक्षर किया. यहां उन्होंने छह अन्य धर्मों के नेताओं से भी मुलाक़ात की. दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद के दौरे पर पोप ने गुरुवार को लोगों को संबोधित करते हुए कहा, सभी धर्मों के लोगों को ये जानना चाहिए कि हम सभी भाई हैं, सभी लोगों का एक ही रास्ता है, ईश्वर तक पहुंचना. उन्होंने कहा कि आज इंसानियत जंग, संघर्ष और पर्यावरण की तबाही की वजह से भारी संकट में है. पोप ने उस 91 फ़ुट लंबी सुरंग का भी दौरा किया जो इस्तिकलाल मस्जिद को सड़क के दूसरी तरफ़ स्थित कैथलिक चर्च से जोड़ती है. दोनों धर्मगुरुओं ने इस टनल ऑफ़ फ़्रेंडशिप का मुआयना किया. कहा जाता है कि यह एक धार्मिक भाईचारे का प्रतीक है और दिखाता है कि कैसे अलग-अलग धार्मिक विश्वास के लोग एक साझी विरासत से आते हैं. इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुसंख्यक देश है और 27.5 की आबादी में तीन प्रतिशत कैथोलिक धर्म को मानने वाले हैं. इंडोनेशिया में आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त छह धर्म हैं- इस्लाम, प्रोटेस्टेंट, कैथलिक, बौद्ध, हिंदू और कन्फ़्यूशियस. 87 साल के पोप एशिया प्रशांत क्षेत्र के 11 दिवसीय दौरे पर हैं और गुरुवार को इंडोनेशिया में उनका अंतिम दिन था. अपने कार्यकाल में यह उनका सबसे लंबा विदेशी दौरा है. पोप फ़्रांसिस यहां से पापुआ न्यू गिनी, तिमोर लेस्टे और सिंगापुर के लिए रवाना होंगे.(bbc.com/hindi)

इंडोनेशिया के शाही इमाम के साथ पोप ने दिया ये संदेश
-जोएल गुइंटो इंडोनेशिया के दौरे पर पहुंचे पोप फ़्रांसिस और इंडोनेशिया के शाही इमाम ने दुनिया को शांति का साझा संदेश दिया है. साथ ही पोप फ़्रांसिस ने संघर्ष भड़काने में धर्म के इस्तेमाल के ख़िलाफ़ चेतावनी भी दी. राजधानी जकार्ता के इस्तिकलाल मस्जिद में शाही इमाम के साथ पोप ने धार्मिक सौहार्द और पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक घोषणा पर हस्ताक्षर किया. यहां उन्होंने छह अन्य धर्मों के नेताओं से भी मुलाक़ात की. दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद के दौरे पर पोप ने गुरुवार को लोगों को संबोधित करते हुए कहा, सभी धर्मों के लोगों को ये जानना चाहिए कि हम सभी भाई हैं, सभी लोगों का एक ही रास्ता है, ईश्वर तक पहुंचना. उन्होंने कहा कि आज इंसानियत जंग, संघर्ष और पर्यावरण की तबाही की वजह से भारी संकट में है. पोप ने उस 91 फ़ुट लंबी सुरंग का भी दौरा किया जो इस्तिकलाल मस्जिद को सड़क के दूसरी तरफ़ स्थित कैथलिक चर्च से जोड़ती है. दोनों धर्मगुरुओं ने इस टनल ऑफ़ फ़्रेंडशिप का मुआयना किया. कहा जाता है कि यह एक धार्मिक भाईचारे का प्रतीक है और दिखाता है कि कैसे अलग-अलग धार्मिक विश्वास के लोग एक साझी विरासत से आते हैं. इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुसंख्यक देश है और 27.5 की आबादी में तीन प्रतिशत कैथोलिक धर्म को मानने वाले हैं. इंडोनेशिया में आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त छह धर्म हैं- इस्लाम, प्रोटेस्टेंट, कैथलिक, बौद्ध, हिंदू और कन्फ़्यूशियस. 87 साल के पोप एशिया प्रशांत क्षेत्र के 11 दिवसीय दौरे पर हैं और गुरुवार को इंडोनेशिया में उनका अंतिम दिन था. अपने कार्यकाल में यह उनका सबसे लंबा विदेशी दौरा है. पोप फ़्रांसिस यहां से पापुआ न्यू गिनी, तिमोर लेस्टे और सिंगापुर के लिए रवाना होंगे.(bbc.com/hindi)