आवारा कुत्तों के हमले से नीलगाय की मौत

छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 8 सितंबर। वन मंडल महासमुन्द एवं बलौदाबाजार की बाघ सुरक्षा के लिए घूम रही दर्जनों टीमों की मौजूदगी में शनिवार को एक कुत्ते ने नीलगाय को नोच-नोच कर मार डाला। रविवार सुबह डॉक्टर की उपस्थिति में पीएम कर अंतिम संस्कार किया गया। शनिवार को देवपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत पकरीद गांव में आवारा कुत्तों के हमले से फिर एक नीलगाय की मौत हो गई। करीब 6 घंटे बाद वन अमला पहुंचा, तब तक आवारा कुत्ते नील गाय को नोच-नोच कर खाते रहे। अंतत: नीलगाय ने दम तोड़ दिया। घटना के सम्बन्ध में पकरीद निवासी कन्हैया चौधरी ने बताया कि उनके खेत के पास शनिवार सुबह 9 के कऱीब 6 आवारा कुत्तों ने नीलगाय पर हमला कर दिया, जिससे नीलगाय की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। उसने वन विभाग को सूचना दी गयी। परन्तु वन अमला सूचना के करीब 6 घण्टा बाद घटनास्थल पहुंचा, जिससे घटना स्थल पर नीलगाय का पीएम नहीं किया गया है। नीलगाय को विश्राम गृह पकरीद में रखा गया। रविवार सुबह डॉक्टर की उपस्थिति में पीएम कर अंतिम संस्कार किया गया। कुत्तों के नोचने से मौतरेंजर देवपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर ने छत्तीसगढ़ को बताया कि उक्त नीलगाय का पोस्टमार्टम करवाया गया है। प्रथम दृष्टया उसकी मौत कुत्तों के काटने से हुई है।

आवारा कुत्तों के हमले से नीलगाय की मौत
छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 8 सितंबर। वन मंडल महासमुन्द एवं बलौदाबाजार की बाघ सुरक्षा के लिए घूम रही दर्जनों टीमों की मौजूदगी में शनिवार को एक कुत्ते ने नीलगाय को नोच-नोच कर मार डाला। रविवार सुबह डॉक्टर की उपस्थिति में पीएम कर अंतिम संस्कार किया गया। शनिवार को देवपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत पकरीद गांव में आवारा कुत्तों के हमले से फिर एक नीलगाय की मौत हो गई। करीब 6 घंटे बाद वन अमला पहुंचा, तब तक आवारा कुत्ते नील गाय को नोच-नोच कर खाते रहे। अंतत: नीलगाय ने दम तोड़ दिया। घटना के सम्बन्ध में पकरीद निवासी कन्हैया चौधरी ने बताया कि उनके खेत के पास शनिवार सुबह 9 के कऱीब 6 आवारा कुत्तों ने नीलगाय पर हमला कर दिया, जिससे नीलगाय की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। उसने वन विभाग को सूचना दी गयी। परन्तु वन अमला सूचना के करीब 6 घण्टा बाद घटनास्थल पहुंचा, जिससे घटना स्थल पर नीलगाय का पीएम नहीं किया गया है। नीलगाय को विश्राम गृह पकरीद में रखा गया। रविवार सुबह डॉक्टर की उपस्थिति में पीएम कर अंतिम संस्कार किया गया। कुत्तों के नोचने से मौतरेंजर देवपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर ने छत्तीसगढ़ को बताया कि उक्त नीलगाय का पोस्टमार्टम करवाया गया है। प्रथम दृष्टया उसकी मौत कुत्तों के काटने से हुई है।