8 अक्टूबर से शुरू होगा 6 ग्रहों का परिवर्तन:आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक जीवन पर पड़ेगा असर, देश-दुनिया को करेगा प्रभावित - पंडित विनोद गौतम

भोपाल के ज्योतिष मठ संस्थान के अनुसार आकाश मंडल में गतिशील ग्रहों का महापरिवर्तन होने जा रहा है। 8 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस परिवर्तन में शनि, राहु और केतु को छोड़कर सभी ग्रह अपनी राशि और स्थिति बदलेंगे। 8 अक्टूबर को रात्रि 12:38 बजे चंद्रमा वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश करेगा। 9 अक्टूबर को 8:50 बजे गुरु वक्री होंगे। 10 अक्टूबर को 10:53 बजे बुध तुला राशि में प्रवेश करेगा। 11 अक्टूबर को 7:23 बजे चंद्रमा मकर राशि में प्रवेश करेगा। 12 अक्टूबर को 4:02 बजे शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। अंत में, 13 अक्टूबर को चंद्रमा कुंभ राशि में होगा। 17 अमहापरिवर्तनक्टूबर को सूर्य कन्या से तुला राशि में एवं 20 अक्टूबर को 10:44 बजे मंगल मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश करेगा। इस प्रकार, 9 दिनों में 6 ग्रहों का परिवर्तन होगा, जो देश-दुनिया को चौतरफा प्रभावित करेगा। ज्योतिष मठ संस्थान के ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम के अनुसार इस अवधि में ग्रहों का परिवर्तन आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, मनोरंजन और मौसम से संबंधित स्थितियों पर प्रभाव डालेगा। जैसे: पं. गौतम के अनुसार जब भी कम समय में ज्यादा ग्रहों का परिवर्तन होता है, तो प्राकृतिक प्रकोप की संभावना बढ़ जाती है।

भोपाल के ज्योतिष मठ संस्थान के अनुसार आकाश मंडल में गतिशील ग्रहों का महापरिवर्तन होने जा रहा है। 8 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस परिवर्तन में शनि, राहु और केतु को छोड़कर सभी ग्रह अपनी राशि और स्थिति बदलेंगे। 8 अक्टूबर को रात्रि 12:38 बजे चंद्रमा वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश करेगा। 9 अक्टूबर को 8:50 बजे गुरु वक्री होंगे। 10 अक्टूबर को 10:53 बजे बुध तुला राशि में प्रवेश करेगा। 11 अक्टूबर को 7:23 बजे चंद्रमा मकर राशि में प्रवेश करेगा। 12 अक्टूबर को 4:02 बजे शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। अंत में, 13 अक्टूबर को चंद्रमा कुंभ राशि में होगा। 17 अमहापरिवर्तनक्टूबर को सूर्य कन्या से तुला राशि में एवं 20 अक्टूबर को 10:44 बजे मंगल मिथुन से कर्क राशि में प्रवेश करेगा। इस प्रकार, 9 दिनों में 6 ग्रहों का परिवर्तन होगा, जो देश-दुनिया को चौतरफा प्रभावित करेगा। ज्योतिष मठ संस्थान के ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम के अनुसार इस अवधि में ग्रहों का परिवर्तन आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, मनोरंजन और मौसम से संबंधित स्थितियों पर प्रभाव डालेगा। जैसे: पं. गौतम के अनुसार जब भी कम समय में ज्यादा ग्रहों का परिवर्तन होता है, तो प्राकृतिक प्रकोप की संभावना बढ़ जाती है।