17 नक्सलियों का समर्पण

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा 26 जून। दंतेवाड़ा में पुलिस की विशेष पहला घर वापस आईये अंतर्गत बुधवार को पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। उपमहानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, उपमहानिरीक्षक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल विकास कठेरिया और पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय के समक्ष 17 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। पुलिस अफसरों ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि दंतेवाड़ा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस के अफसरों द्वारा नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोडऩे की समझाइश दी जा रही है। संगठन के सदस्यों से आत्मसमर्पण करने की अपील की जा रही है। जिससे वे मुख्य धारा में जुड़ सके। इसके फल स्वरुप 17 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया। इनमें आमदई घाटी एलजीएस सदस्य सुनीता उर्फ लटका कश्यप शामिल हैं। उक्त महिला नक्सली बस्तर जिला अंतर्गत मालेवाही थाना के तहत पाउल हितामेटा की निवासी थी। इस महिला नक्सली पर राज्य शासन द्वारा 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी कड़ी में पालनार एल ओ एस सदस्य पंकज उर्फ हिड़मा मरकाम नें भी घर वापसी की। यह नक्सली लीडर कुआकोण्डा थाना अंतर्गत फुलपाड़ का निवासी है।? इस लीडर पर राज्य शासन द्वारा 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी कड़ी में बेचापाल आरपीसी जनताना सरकार चेतन नाट्य मंडली मंच अध्यक्ष दसरू उर्फ रोड्डा मड़ काम द्वारा भी आत्म समर्पण किया गया। यह नक्सली बीजापुर जिला अंतर्गत मिरतुर थाना के बेचापाल का निवासी है। राज्य शासन द्वारा इस लीडर पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी क्रम में तोड़मा आरपीसी - जनताना सरकार क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन अध्यक्ष बोत्ती पति बुदरू मंडावी, उम्र 53 वर्ष ने भी घर वापसी का। राज्य शासन द्वारा इस लीडर पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी क्रम में फुलगट्टा आरपीसी - जनताना सरकार दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संघ अध्यक्ष भीमा भोगामी, उम्र 40 वर्ष ने भी घर वापसी की। यह नक्सली बीजापुर जिला अंतर्गत मिरतुर थाना के पेद्दापाल का निवासी है। राज्य शासन द्वारा इस लीडर पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसके अतिरिक्त एक दर्जन नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया। इस सफलता में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की आरएफटी, 111 वाहिनी 230 सी वाहिनी, 195 वाहिनी, जिला आरक्षी बल और बस्तर फाइटर का प्रमुख योगदान था।

17 नक्सलियों का समर्पण
छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा 26 जून। दंतेवाड़ा में पुलिस की विशेष पहला घर वापस आईये अंतर्गत बुधवार को पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। उपमहानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, उपमहानिरीक्षक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल विकास कठेरिया और पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय के समक्ष 17 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। पुलिस अफसरों ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि दंतेवाड़ा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस के अफसरों द्वारा नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोडऩे की समझाइश दी जा रही है। संगठन के सदस्यों से आत्मसमर्पण करने की अपील की जा रही है। जिससे वे मुख्य धारा में जुड़ सके। इसके फल स्वरुप 17 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया। इनमें आमदई घाटी एलजीएस सदस्य सुनीता उर्फ लटका कश्यप शामिल हैं। उक्त महिला नक्सली बस्तर जिला अंतर्गत मालेवाही थाना के तहत पाउल हितामेटा की निवासी थी। इस महिला नक्सली पर राज्य शासन द्वारा 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी कड़ी में पालनार एल ओ एस सदस्य पंकज उर्फ हिड़मा मरकाम नें भी घर वापसी की। यह नक्सली लीडर कुआकोण्डा थाना अंतर्गत फुलपाड़ का निवासी है।? इस लीडर पर राज्य शासन द्वारा 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी कड़ी में बेचापाल आरपीसी जनताना सरकार चेतन नाट्य मंडली मंच अध्यक्ष दसरू उर्फ रोड्डा मड़ काम द्वारा भी आत्म समर्पण किया गया। यह नक्सली बीजापुर जिला अंतर्गत मिरतुर थाना के बेचापाल का निवासी है। राज्य शासन द्वारा इस लीडर पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी क्रम में तोड़मा आरपीसी - जनताना सरकार क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन अध्यक्ष बोत्ती पति बुदरू मंडावी, उम्र 53 वर्ष ने भी घर वापसी का। राज्य शासन द्वारा इस लीडर पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसी क्रम में फुलगट्टा आरपीसी - जनताना सरकार दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संघ अध्यक्ष भीमा भोगामी, उम्र 40 वर्ष ने भी घर वापसी की। यह नक्सली बीजापुर जिला अंतर्गत मिरतुर थाना के पेद्दापाल का निवासी है। राज्य शासन द्वारा इस लीडर पर 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसके अतिरिक्त एक दर्जन नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया। इस सफलता में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की आरएफटी, 111 वाहिनी 230 सी वाहिनी, 195 वाहिनी, जिला आरक्षी बल और बस्तर फाइटर का प्रमुख योगदान था।