15,000 करोड़ के जीएसटी फ्रॉड मामले में एक अन्य आरोपी ओडिशा से गिरफ्तार

नोएडा, 12 अगस्त । नोएडा के बहुचर्चित जीएसटी फ्रॉड में आरोपियों की लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है। 15,000 करोड़ से ज्यादा के इस मामले में फर्जी तरीके से 2,600 से ज्यादा कंपनियां बनाकर फ्रॉड किया गया था। इस मामले में नोएडा की सेक्टर-20 पुलिस ने एक और इनामी वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 25,000 रुपए के वांछित अपराधी परमेश्वर नायक (38) को ओडिशा के नौपारा जिला से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से फर्जी फर्म के लेटर पैड, रेंट एग्रीमेंट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक मोबाइल बरामद किया गया है। इस बहुचर्चित जीएसटी फ्रॉड के संबंध में सेक्टर-20 थाना में मुकदमा दर्ज हुआ था। पकड़े गए अभियुक्तों ने 2,600 फर्जी फर्मों के जरिए अरबों रुपए का फ्रॉड किया है। इन्होंने सरकार को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इस फ्रॉड से जुड़े आरोपी फर्जी जीएसटी फर्म तैयार करवाते थे और उन्हीं फर्मों से फर्जी इन्वॉयस और बिलिंग कर प्रॉफिट बनाते थे। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त ने पिछले पांच वर्षों से फर्जी फर्म के जरिए करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया है। इस मामले में पूर्व में गिरोह के 46 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। --(आईएएनएस)

15,000 करोड़ के जीएसटी फ्रॉड मामले में एक अन्य आरोपी ओडिशा से गिरफ्तार
नोएडा, 12 अगस्त । नोएडा के बहुचर्चित जीएसटी फ्रॉड में आरोपियों की लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है। 15,000 करोड़ से ज्यादा के इस मामले में फर्जी तरीके से 2,600 से ज्यादा कंपनियां बनाकर फ्रॉड किया गया था। इस मामले में नोएडा की सेक्टर-20 पुलिस ने एक और इनामी वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 25,000 रुपए के वांछित अपराधी परमेश्वर नायक (38) को ओडिशा के नौपारा जिला से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से फर्जी फर्म के लेटर पैड, रेंट एग्रीमेंट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक मोबाइल बरामद किया गया है। इस बहुचर्चित जीएसटी फ्रॉड के संबंध में सेक्टर-20 थाना में मुकदमा दर्ज हुआ था। पकड़े गए अभियुक्तों ने 2,600 फर्जी फर्मों के जरिए अरबों रुपए का फ्रॉड किया है। इन्होंने सरकार को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इस फ्रॉड से जुड़े आरोपी फर्जी जीएसटी फर्म तैयार करवाते थे और उन्हीं फर्मों से फर्जी इन्वॉयस और बिलिंग कर प्रॉफिट बनाते थे। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त ने पिछले पांच वर्षों से फर्जी फर्म के जरिए करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया है। इस मामले में पूर्व में गिरोह के 46 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। --(आईएएनएस)