केज खरीदी में 2.16 करोड़ का फर्जीवाड़ा, महिला अफसर बिलासपुर में पकड़ाई

पूर्व सहायक संचालक थी फरार छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 28 जुलाई। राजनांदगांव जिले में मछली विभाग में हुए सवा दो करोड़ रुपए के घोटाले की आरोपी तत्कालीन सहायक संचालक गीतांजलि गजभिये को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार महिला अफसर को बिलासपुर से गिरफ्तार किया है। महिला अफसर के खिलाफ साल 2021-22 में मछली पालन से जुड़े केज, हितग्राहियों को लोन और अनुचित तरीके से तीन फर्मों को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे थे। इस आधार पर राज्य सरकार ने एक विभागीय टीम को जांच के लिए भेजा। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपों को सही मानते हुए महिला अफसर के विरूद्ध धोखाधड़ी और कूटरचना के तहत जुर्म दर्ज किया गया। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने की कार्रवाई की गई। मिली जानकारी के अनुसार 4 जुलाई को वर्तमान सहायक संचालक मछली पालन राजनांदगांव सुदेश कुमार साहू ने थानामें लिखित आवेदन प्रस्तुत कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि हितग्राही भुवनलाल द्वारा मछली पालन विभाग राजनांदगांव को तत्कालीन सहायक संचालक मछली पालन राजनांदगांव गीतांजलि गजभिये द्वारा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर योजना में प्राप्त राशि का दुरूपयोग करने संबंधी शिकायत दिया गया था। शिकायत आवेदन की मछली पालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच कार्रवाई की गई। जांच में गीतांजलि गजभिये तत्कालीन सहायक संचालक मछली पालन राजनांदगांव द्वारा विभागीय कार्य (केज कल्चर मछली पालन) हेतु शासन से स्वीकृत राशि दो करोड़ सोलह लाख रुपए की स्वीकृति में हितग्राहियों के कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर प्रशासन को गुमराह कर स्वीकृति प्राप्त करते विभाग को प्राप्त अनुदान राशि में अनियमितता एवं राशि का दुरूपयोग करना पाए जाने पर आरोपिया एवं सामग्री आपूर्तिकर्ता फर्मों के संचालकों के विरूद्ध अपराध धारा सदर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में थाना कोतवाली से आरोपिया की पतासाजी के लिए टीम गठित कर रवाना किया गया। गठित टीम द्वारा लगातार भिलाई, धमतरी, रायपुर एवं बिलासपुर में कैम्प कर आरोपिया की पतासाजी किया जा रहा था। आरोपिया अपने निवास स्थान एवं कर्तव्य स्थल से घटना बाद फरार थी। सायबर तकनीकी की सहायता एवं मुखबिर की सूचना पर बिलासपुर में घेराबंदी कर आरोपिया गीतांजलि गजभिये (47 वर्ष) तुलसीपुर वार्ड नं. 17 को हिरासत में लेकर राजनांदगांव लाया गया। प्रकरण के संबंध में पूछताछ किया गया, जो जुर्म स्वीकार करने पर 27 जुलाई को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश का पालन करते गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय पेश किया गया, जहां जेल वारंट प्राप्त होने पर जेल भेजा गया । प्रकरण विवेचना पर है, विवेचना के दौरान जो भी तथ्य पाया जाएगा, आगे अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

केज खरीदी में 2.16 करोड़ का फर्जीवाड़ा, महिला अफसर बिलासपुर में पकड़ाई
पूर्व सहायक संचालक थी फरार छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 28 जुलाई। राजनांदगांव जिले में मछली विभाग में हुए सवा दो करोड़ रुपए के घोटाले की आरोपी तत्कालीन सहायक संचालक गीतांजलि गजभिये को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार महिला अफसर को बिलासपुर से गिरफ्तार किया है। महिला अफसर के खिलाफ साल 2021-22 में मछली पालन से जुड़े केज, हितग्राहियों को लोन और अनुचित तरीके से तीन फर्मों को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे थे। इस आधार पर राज्य सरकार ने एक विभागीय टीम को जांच के लिए भेजा। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपों को सही मानते हुए महिला अफसर के विरूद्ध धोखाधड़ी और कूटरचना के तहत जुर्म दर्ज किया गया। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने की कार्रवाई की गई। मिली जानकारी के अनुसार 4 जुलाई को वर्तमान सहायक संचालक मछली पालन राजनांदगांव सुदेश कुमार साहू ने थानामें लिखित आवेदन प्रस्तुत कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि हितग्राही भुवनलाल द्वारा मछली पालन विभाग राजनांदगांव को तत्कालीन सहायक संचालक मछली पालन राजनांदगांव गीतांजलि गजभिये द्वारा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर योजना में प्राप्त राशि का दुरूपयोग करने संबंधी शिकायत दिया गया था। शिकायत आवेदन की मछली पालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच कार्रवाई की गई। जांच में गीतांजलि गजभिये तत्कालीन सहायक संचालक मछली पालन राजनांदगांव द्वारा विभागीय कार्य (केज कल्चर मछली पालन) हेतु शासन से स्वीकृत राशि दो करोड़ सोलह लाख रुपए की स्वीकृति में हितग्राहियों के कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर प्रशासन को गुमराह कर स्वीकृति प्राप्त करते विभाग को प्राप्त अनुदान राशि में अनियमितता एवं राशि का दुरूपयोग करना पाए जाने पर आरोपिया एवं सामग्री आपूर्तिकर्ता फर्मों के संचालकों के विरूद्ध अपराध धारा सदर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में थाना कोतवाली से आरोपिया की पतासाजी के लिए टीम गठित कर रवाना किया गया। गठित टीम द्वारा लगातार भिलाई, धमतरी, रायपुर एवं बिलासपुर में कैम्प कर आरोपिया की पतासाजी किया जा रहा था। आरोपिया अपने निवास स्थान एवं कर्तव्य स्थल से घटना बाद फरार थी। सायबर तकनीकी की सहायता एवं मुखबिर की सूचना पर बिलासपुर में घेराबंदी कर आरोपिया गीतांजलि गजभिये (47 वर्ष) तुलसीपुर वार्ड नं. 17 को हिरासत में लेकर राजनांदगांव लाया गया। प्रकरण के संबंध में पूछताछ किया गया, जो जुर्म स्वीकार करने पर 27 जुलाई को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देश का पालन करते गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय पेश किया गया, जहां जेल वारंट प्राप्त होने पर जेल भेजा गया । प्रकरण विवेचना पर है, विवेचना के दौरान जो भी तथ्य पाया जाएगा, आगे अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।