केएल राहुल चोट से उबरने में नाकाम, तीसरे टेस्ट से बाहर
केएल राहुल चोट से उबरने में नाकाम, तीसरे टेस्ट से बाहर
राजकोट, 12 फरवरी। भारत के सीनियर बल्लेबाज केएल राहुल अपनी क्वाड्रिसेप्स चोट से पूरी तरह उबरने में विफल रहे जिससे सोमवार को वह इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट से बाहर हो गये। इसी चोट के कारण वह विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट में भी नहीं खेल पाये थे।
इससे साफ है कि कर्नाटक के बायें हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल टीम में राहुल की जगह लेंगे।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के वरिष्ठ सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, केएल राहुल अभी तक राजकोट नहीं पहुंचे हैं। स्थानीय खिलाड़ी रविंद्र जडेजा टीम से जुड़ चुके हैं। टीम में शामिल होना फिटनेस पर निर्भर था और बीसीसीआई की चिकित्सा टीम को अब भी नहीं लगता कि वह मैच फिट हैं।
चयनकर्ताओं ने बीसीसीआई की चिकित्सा टीम से हरी झंडी मिलने के आधार पर ही राहुल और जडेजा को टीम में शामिल किया था।
हाल के रणजी ट्राफी मैच में 23 साल के पडीक्कल ने 151 रन बनाये हैं और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर स्टैंड में बैठकर उनकी पारी देख रहे थे।
इस घरेलू सत्र में पडीक्कल शानदार फॉर्म में हैं, उन्होंने पहले रणजी ट्राफी मैच में पंजाब के खिलाफ 193 रन और गोवा के खिलाफ 103 रन बनाये।
रणजी के अलावा पडीक्कल ने भारत ए के लिए इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अनौपचारिक टेस्ट की तीन पारियों में 105, 65 और 21 रन बनाये।
जहां तक राहुल का संबंध है तो 31 साल के बल्लेबाज का इतना लंबा ब्रेक गंभीर सवाल खड़े करता है कि क्या सीनियर भारतीय खिलाड़ी और बीसीसीआई की चिकित्सा टीम कुछ निश्चित खिलाड़ियों की चोट की स्थिति के बारे में सही जानकारी दे रही है या नहीं।
बीसीसीआई के इस सीनियर अधिकारी ने कहा, अगर बीसीसीआई की चिकित्सा टीम को पहले ही पता था कि राहुल की जांघ की चोट इतनी गंभीर है तो उन्हें संभावित टीम में रखा ही क्यों गया। और खिलाड़ी भी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी बल्लेबाजी की वीडियो पोस्ट कर गलत संकेत दे रहा है।
एक और सीनियर खिलाड़ी को हाल में कहा गया कि खराब फॉर्म के कारण उसे बाहर कर दिया जायेगा, वह चोट की आड़ में हट गया जिसका बोर्ड ने कोई जिक्र नहीं किया।
ईशान किशन का मामला और भी अजीब है क्योंकि उन्होंने अपनी घरेलू राज्य इकाई से बात नहीं की है कि वह रणजी ट्राफी मैच खेलेंगे या नहीं।
राहुल के तीसरे और संभवत: चौथे टेस्ट से बाहर होने से सरफराज खान के लिए मध्यक्रम में दरवाजे खुल सकते हैं क्योंकि श्रेयस अय्यर को भी बाहर कर दिया गया है।
अगर जडेजा अंतिम एकादश में अपनी जगह लेते हैं तो चयन को लेकर और उलझन होगी।
अक्षर पटेल ने अभी तक दो टेस्ट में ठीक बल्लेबाजी की है और कुलदीप यादव विशाखापत्तनम में जसप्रीत बुमराह के बाद दूसरे सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज रहे थे।
जहां तक विकेटकीपर का संबंध है तो केएस भरत के लिए समय निकलता जा रहा है क्योंकि ध्रुव जुरेल अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन भरत को फिर भी राजकोट में अंतिम मौका मिल सकता है।(भाषा)
राजकोट, 12 फरवरी। भारत के सीनियर बल्लेबाज केएल राहुल अपनी क्वाड्रिसेप्स चोट से पूरी तरह उबरने में विफल रहे जिससे सोमवार को वह इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट से बाहर हो गये। इसी चोट के कारण वह विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट में भी नहीं खेल पाये थे।
इससे साफ है कि कर्नाटक के बायें हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल टीम में राहुल की जगह लेंगे।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के वरिष्ठ सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, केएल राहुल अभी तक राजकोट नहीं पहुंचे हैं। स्थानीय खिलाड़ी रविंद्र जडेजा टीम से जुड़ चुके हैं। टीम में शामिल होना फिटनेस पर निर्भर था और बीसीसीआई की चिकित्सा टीम को अब भी नहीं लगता कि वह मैच फिट हैं।
चयनकर्ताओं ने बीसीसीआई की चिकित्सा टीम से हरी झंडी मिलने के आधार पर ही राहुल और जडेजा को टीम में शामिल किया था।
हाल के रणजी ट्राफी मैच में 23 साल के पडीक्कल ने 151 रन बनाये हैं और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर स्टैंड में बैठकर उनकी पारी देख रहे थे।
इस घरेलू सत्र में पडीक्कल शानदार फॉर्म में हैं, उन्होंने पहले रणजी ट्राफी मैच में पंजाब के खिलाफ 193 रन और गोवा के खिलाफ 103 रन बनाये।
रणजी के अलावा पडीक्कल ने भारत ए के लिए इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अनौपचारिक टेस्ट की तीन पारियों में 105, 65 और 21 रन बनाये।
जहां तक राहुल का संबंध है तो 31 साल के बल्लेबाज का इतना लंबा ब्रेक गंभीर सवाल खड़े करता है कि क्या सीनियर भारतीय खिलाड़ी और बीसीसीआई की चिकित्सा टीम कुछ निश्चित खिलाड़ियों की चोट की स्थिति के बारे में सही जानकारी दे रही है या नहीं।
बीसीसीआई के इस सीनियर अधिकारी ने कहा, अगर बीसीसीआई की चिकित्सा टीम को पहले ही पता था कि राहुल की जांघ की चोट इतनी गंभीर है तो उन्हें संभावित टीम में रखा ही क्यों गया। और खिलाड़ी भी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी बल्लेबाजी की वीडियो पोस्ट कर गलत संकेत दे रहा है।
एक और सीनियर खिलाड़ी को हाल में कहा गया कि खराब फॉर्म के कारण उसे बाहर कर दिया जायेगा, वह चोट की आड़ में हट गया जिसका बोर्ड ने कोई जिक्र नहीं किया।
ईशान किशन का मामला और भी अजीब है क्योंकि उन्होंने अपनी घरेलू राज्य इकाई से बात नहीं की है कि वह रणजी ट्राफी मैच खेलेंगे या नहीं।
राहुल के तीसरे और संभवत: चौथे टेस्ट से बाहर होने से सरफराज खान के लिए मध्यक्रम में दरवाजे खुल सकते हैं क्योंकि श्रेयस अय्यर को भी बाहर कर दिया गया है।
अगर जडेजा अंतिम एकादश में अपनी जगह लेते हैं तो चयन को लेकर और उलझन होगी।
अक्षर पटेल ने अभी तक दो टेस्ट में ठीक बल्लेबाजी की है और कुलदीप यादव विशाखापत्तनम में जसप्रीत बुमराह के बाद दूसरे सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज रहे थे।
जहां तक विकेटकीपर का संबंध है तो केएस भरत के लिए समय निकलता जा रहा है क्योंकि ध्रुव जुरेल अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन भरत को फिर भी राजकोट में अंतिम मौका मिल सकता है।(भाषा)