रेत घाट चालू करने कलेक्टर से गुहार

छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 5 अप्रैल। जिले के ग्राम रीवाडीह के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुँच रेत घाट चालू करने की मांग की। कलेक्टर की अनुपस्थिति में उन्होंने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कहा कि रेत घाट चालू रहने से उन्हें रोजगार मिलता है और रोजी मजदूरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। वहीं उन्होंने अपर कलेक्टर से यह भी कहा कि कुछ आसामाजिक तत्व रेत घाट का विरोध कर रहे हैं जो उचित नहीं है हम लोग चाहते हैं कि रेत घाट चालू हो। वहीं कुछ दिन पूर्व गाँव के ही कुछ लोग कलेक्टर के पास आये थे और रेत घाट बंद करने की मांग कर रहे थे। जिनका आरोप था कि रेत घाट से जलस्तर नीचे जा रहा है तथा ओव्हरलोड हाईवा चलने से सडक़ भी खराब हो रही है। अपर कलेक्टर तृप्ति गौते ने बताया कि ग्राम रीवाडीह के ग्रामीण उनके पास आये थे और रेत घाट चालू करने के लिए ज्ञापन दिया है। इसके पूर्व कुछ दिन पूर्व भी एक आवेदन मिला था, जिसमें रेत घाट बंद करने की मांग की गई थी। दोनों ही आवेदन पर खनिज अधिकारी को घाट पर जाकर निरीक्षण करने और वस्तुस्थिति का निरीक्षण करने कहा गया है। और दोनों पक्षों की बात और खनिज अधिकारी के निरीक्षण पश्चात रिपोर्ट के बाद कलेक्टर के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रेत घाट चालू करने कलेक्टर से गुहार
छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 5 अप्रैल। जिले के ग्राम रीवाडीह के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुँच रेत घाट चालू करने की मांग की। कलेक्टर की अनुपस्थिति में उन्होंने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कहा कि रेत घाट चालू रहने से उन्हें रोजगार मिलता है और रोजी मजदूरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। वहीं उन्होंने अपर कलेक्टर से यह भी कहा कि कुछ आसामाजिक तत्व रेत घाट का विरोध कर रहे हैं जो उचित नहीं है हम लोग चाहते हैं कि रेत घाट चालू हो। वहीं कुछ दिन पूर्व गाँव के ही कुछ लोग कलेक्टर के पास आये थे और रेत घाट बंद करने की मांग कर रहे थे। जिनका आरोप था कि रेत घाट से जलस्तर नीचे जा रहा है तथा ओव्हरलोड हाईवा चलने से सडक़ भी खराब हो रही है। अपर कलेक्टर तृप्ति गौते ने बताया कि ग्राम रीवाडीह के ग्रामीण उनके पास आये थे और रेत घाट चालू करने के लिए ज्ञापन दिया है। इसके पूर्व कुछ दिन पूर्व भी एक आवेदन मिला था, जिसमें रेत घाट बंद करने की मांग की गई थी। दोनों ही आवेदन पर खनिज अधिकारी को घाट पर जाकर निरीक्षण करने और वस्तुस्थिति का निरीक्षण करने कहा गया है। और दोनों पक्षों की बात और खनिज अधिकारी के निरीक्षण पश्चात रिपोर्ट के बाद कलेक्टर के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।