पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में पश्चिमी देशों को चेताया, कहा- ये ग़लती न करें...

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को यूक्रेन में ज़मीनी हस्तक्षेप करने को लेकर चेताया है. क्रेमलिन को लगता है कि पश्चिमी देश यूक्रेन में सेना भेजने पर विचार कर सकते हैं. 2024 के राष्ट्रपति चुनावों से दो सप्ताह पहले पुतिन ने राष्ट्र के नाम अपने वार्षिक संबोधन में कहा, उन्हें ये समझने की ज़रूरत है कि हमारे पास भी हथियार हैं जो उनके इलाक़े में टार्गेट को निशाना बना सकते हैं. पुतिन ने कहा कि रूसी लोग रूसोफ़ोबिया का शिकार बनाए जा रहे हैं, यह नासमझी है. बिना एक संप्रभु और मज़बूत रूस के स्थायी विश्व व्यवस्था नामुमकिन है. उन्होंने कहा कि पश्चिमी बयानबाज़ियों ने परमाणु युद्ध का ख़तरा पैदा किया है और इसका नतीजा होगा सभ्यता का विनाश. फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन में नेटो को सेना तैनात करने पर भी विचार करना चाहिए. किसी भी संभावना से इनकार नहीं करना चाहिए. हालांकि इस बयान के बाद अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन समेत नेटो देशों ने यूक्रेन में सेना तैनात करने से इनकार किया है.(bbc.com/hindi) पुतिन ने दावा किया कि पश्चिम रूस को कमज़ोर करना चाह रहा था लेकिन वो हार चुका है. उन्होंने अमेरिका पर रूस को हथियारों की होड़ में घसीटने का आरोप लगाया. अरब, अफ़्रीकी और लातिन अमेरिकी देशों से संबंधों को सुधारने से लेकर तकनीकी तौर पर आत्म निर्भरता,पारिवारिक मूल्य, जनसंख्या, घरेलू नीति, यूक्रेन युद्ध और अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर बात की.

पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में पश्चिमी देशों को चेताया, कहा- ये ग़लती न करें...
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को यूक्रेन में ज़मीनी हस्तक्षेप करने को लेकर चेताया है. क्रेमलिन को लगता है कि पश्चिमी देश यूक्रेन में सेना भेजने पर विचार कर सकते हैं. 2024 के राष्ट्रपति चुनावों से दो सप्ताह पहले पुतिन ने राष्ट्र के नाम अपने वार्षिक संबोधन में कहा, उन्हें ये समझने की ज़रूरत है कि हमारे पास भी हथियार हैं जो उनके इलाक़े में टार्गेट को निशाना बना सकते हैं. पुतिन ने कहा कि रूसी लोग रूसोफ़ोबिया का शिकार बनाए जा रहे हैं, यह नासमझी है. बिना एक संप्रभु और मज़बूत रूस के स्थायी विश्व व्यवस्था नामुमकिन है. उन्होंने कहा कि पश्चिमी बयानबाज़ियों ने परमाणु युद्ध का ख़तरा पैदा किया है और इसका नतीजा होगा सभ्यता का विनाश. फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन में नेटो को सेना तैनात करने पर भी विचार करना चाहिए. किसी भी संभावना से इनकार नहीं करना चाहिए. हालांकि इस बयान के बाद अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन समेत नेटो देशों ने यूक्रेन में सेना तैनात करने से इनकार किया है.(bbc.com/hindi) पुतिन ने दावा किया कि पश्चिम रूस को कमज़ोर करना चाह रहा था लेकिन वो हार चुका है. उन्होंने अमेरिका पर रूस को हथियारों की होड़ में घसीटने का आरोप लगाया. अरब, अफ़्रीकी और लातिन अमेरिकी देशों से संबंधों को सुधारने से लेकर तकनीकी तौर पर आत्म निर्भरता,पारिवारिक मूल्य, जनसंख्या, घरेलू नीति, यूक्रेन युद्ध और अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर बात की.